Sunday 25 September 2011

और बढ़ा पाकिस्तान-अमेरिका में तनाव, गिलानी ने हिना को वापस बुलाया

JAI HINDसंयुक्त राष्ट्र.पाकिस्तान और अमेरिका के बीच की तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक चल रहा वाकयुद्ध अब सामरिक सामरिक रिश्तों में दरार के रूप में सामने आया है।
पाकिस्तान ने अपनी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार को संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन से वापस बुला लिया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं किया गया है कि रब्बानी को क्यों बुलाया गया है लेकिन इससे यह जरूर नजर आता है कि पाकिस्तान अमेरिका के अड़ियल रवैये से खफा है।
पाकिस्तान के अखबार द नेशन ने प्रधानमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के हवाले से खबर दी है कि प्रधानमंत्र यूसुफ रजा गीलानी ने संयुक्त राष्ट्र के अधिवेशन में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने पहुंची हिना रब्बानी खार को फोन कर तुरंत पाकिस्तान वापस आने के लिए कहा है। हिना को संयुक्त राष्ट्र अधिवेशन में २७ सितंबर को भाषण देना था। हालांकि कुछ अपुष्ट सूत्रों से यह खबर भी आ रही है कि हिना अपना भाषण देकर ही पाकिस्तान आएंगी।
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता का हवाला देते हुए द नेशन ने यह भी लिखा है कि प्रधानमंत्री ने हिना को देश की आंतरिक स्थित और विदेशी संबंधों पर चर्चा करने के लिए तलब किया है। गिलानी ने ऐसा करने से पहले पाकिस्तान के तमाम बड़े नेताओं को विश्वास में भी लिया। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की तमाम पार्टियों की एक मीटिंग भी जल्द ही बुलाई जा रही है।

वहीं इससे संयुक्‍त राष्‍ट्र में पाकिस्‍तान के प्रतिनिधि अब्‍दुल्‍ला हुसैन हारून ने खुली चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर पाकिस्‍तान के प्रति अमेरिका ने आक्रामक रुख अख्तियार किया तो उसे जवाबी कार्रवाई भी झेलना पड़ेगा। उन्‍होंने कहा कि अमेरिका को पाकिस्‍तान के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से पहले वियतनाम को याद कर लेना चाहिए।
पाकिस्तान और अमेरिका के बीच बढ़ते फासले ने दोनों देशों के आमने-सामने आने की संभावना को बढ़ा दिया है। अमेरिका लगातार पाकिस्तान पर आईएसआई की नकेल कसने और हक्कानी नेटवर्क को तबाह करने का दवाब बना  रहा है तो वहीं पाकिस्तान भी अपने आत्मसम्मान और प्रभुता पर अड़ा हुआ है।
गिलानी ने पाकिस्तान के नेताओं से चर्चा की, फिर हिना रब्बानी को बुलाया
पाकिस्तान के अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्री को अमेरिका से वापस बुलाने से  पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गीलानी ने देश की सुरक्षा और अमेरिका से संबंधों के बारे में चर्चा करने के लिए विभिन्न पार्टियों के नेताओं से चर्चा की।
रिपोर्ट के मुताबिक गिलानी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग की मुखिया मियां नवाज शरीव, एमक्यूएम के मुखिया अल्ताफ हुसैन, एएनपी के नेता असफंदर वली, जमात ए इस्लामी के नेता मुनव्वर हसन, जमात-ए-उलेमा इस्लामी के नेता फजलुर्रहमान, एमक्यूएम के नेता चौधरी सुजाअत हुसैन और अवामी लीग के नेता शेख रशीद अहमद से चर्चा के बाद यह फैसला लिया कि अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब पूरी मजबूती और ईमानदारी से दिया जाए।
गिलानी ने कहा कि अमेरिका ने पूरे पाकिस्तान के आवाम पर आरोप लगाए हैं और इन आरोपों से आतंक के खिलाफ जारी लड़ाई पर नकारात्मक असर पड़ेगा। विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार को संयुक्त राष्ट्र के अधिवेशन से वापस बुलाने से पहले गिलानी ने देश के तमाम बड़े नेताओं को विश्वास में लिया।

कयानी ने भी की अपने कमांडरों से मुलाकात
पाकिस्तान के शक्तिशाली सेना प्रमुख जनरल अशफाक कयानी ने अपने सभी प्रमुख कमांडरों के साथ रविवार को बैठक कर देश के सुरक्षा हालात पर चर्चा की। कयानी की यह विशेष बैठक भी अमेरिका के आरोपों के मद्देनजर हुई है।
गौरतलब है कि अमेरिका लगातार आरोप लगा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई , जो सीधे तौर पर सेना की कमांड में काम करती है, हक्कानी नेटवर्क के साथ मिलकर अमेरिकी ठिकाने पर हमले करवा रही है। पाकिस्तान इन आरोपों को लगातार नकार रहा है।
हाल ही में अमेरिका के ठिकानों पर हक्कानी नेटवर्क के हमले बढ़े हैं। अमेरिका इन हमलों के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा रहा जिसके चलते दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है
 

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