Monday 26 September 2011

'बस एक बार मेरे साथ सो जाओ कार दिला दूंगा '

JAI HIND


 
उदयपुरभ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सहायक लोक अभियोजक (एपीपी) को रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसे शुक्रवार शाम फरियादी महिला के बेडरूम से आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा गया। आरोपी अभिमन्यु सिंह एसीजेएम-2 कोर्ट में एपीपी (प्रथम) के पद पर कार्यरत है और उसने महिला की कार को कोर्ट से छुड़ाने की ऐवज में यह मांग रखी थी। अदालत ने आरोपी को जेल भेज दिया। एसीबी ने एपीपी के कब्जे से 50, 570 रुपए और उत्तेजक दवाइयां बरामद की हैं। उसके घर की तलाशी में 44 हजार 45 रु. नकद, उसके व परिजनों के नाम के 16 बैंक अकाउंट के कागजात, तीन एटीएम कार्ड, सोने-चांदी के आभूषण, एलआईसी पॉलिसियां और सोना-चांदी खरीदने की रसीदें मिली हैं। एसीबी टीम अभिमन्युसिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की भी जांच कर रही है।

एसीबी के एएसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि आरोपी अभिमन्यु सिंह (49) यहां ओटीसी स्कीम (अंबामाता) में रहता है। वह मूलत: बलिया (उप्र) जिले का रहने वाला है।
महिला ने गुरुवार को ब्यूरो कार्यालय आकर अभिमन्युसिंह द्वारा उसके साथ अनैतिक प्रस्ताव रखे जाने की शिकायत की थी। ब्यूरो कार्यालय से महिला की अभिमन्युसिंह से मोबाइल पर बात करवाई गई।

शिकायत की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार शाम को स्कूटी लेकर महिला को सुखाड़िया सर्कल भेजा गया, जहां अभिमन्युसिंह इंतजार कर रहा था। वह महिला के साथ उसके घर चला गया। ब्यूरो अधिकारियों ने महिला को दरवाजा अंदर से बंद नहीं करने के लिए कह रखा था। टीम सीधे बैडरूम पहुंच गई, जहां अभिमन्युसिंह आपत्तिजनक अवस्था में मिला।

कार छुड़वाने के बदले मांगी थी अस्मत
फरियादी महिला ने पिछले साल एक नवंबर को एसीजीएम नंबर 2 में अपने पति के खिलाफ भरण-पोषण का मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके बाद से अभिमन्युसिंह की इस महिला पर नजर थी। महिला के पति ने उसके नाम रजिस्टर्ड कार किसी को बेच दी थी। इस संबंध में अंबामाता थाने में प्रकरण दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने कार को जब्त कर लिया था। महिला इसी कार को कोर्ट से छुड़ाना चाहती थी। कोर्ट में कार छुड़ाने के लिए खरीददार ने भी प्रार्थना पत्र लगा रखा था। अभिमन्युसिंह ने प्रस्ताव रखा था कि अगर वह उसकी बात मान लेगी तो वह कोर्ट से कार छुड़वा देगा।


[बेटियों और एक बेटे का पिता है आरोपी
अभिमन्युसिंह की तीन बेटी और एक बेटा है। एक बेटी और बेटे की शादी हो चुकी है। घटना के समय अभिमन्युसिंह का दामाद भी उसके घर था। अभिमन्युसिंह ने महिला से बातचीत करते समय कहा था कि वह जल्दी उसे घर ले जाए, क्योंकि उसके दामाद को शुक्रवार रात ग्वालियर की ट्रेन में बिठाना है। अभिमन्युसिंह का पूर्व में एक्सीडेंट हो चुका है और वह ऑर्थराइटिस से भी पीड़ित है।

पहले पकड़ा गया था डॉक्टर
एसीबी टीम ने एक सितंबर, २क्क्९ को एक डाक्टर को भी रिश्वत में अस्मत मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था। डॉ. सुबीर मिश्रा वल्लभनगर चिकित्सा अधिकारी थे, जिन्होंने एएनएम से बकाया बिलों का भुगतान कराने की एवज में उसकी अस्मत मांगी थी।

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